लेखनी प्रतियोगिता -24-Jan-2022
सादगी
क्या रखा है इस दिखावे की ज़िंदगी में
क्यों छुपाए इंसान कुदरती खूबसूरती
सादगी में होती है कयामत की सुंदरता
सादगी है अनमोल, सबकी मन हरता।
सादगी को न मानो गरीबी की पहचान
इसमें तो है समाहित व्यक्तित्व की शान
फैशन से मिली खूबसूरती है क्षणभंगुर
कुछ पल खिलता आकर्षण का अंकुर।
चेहरे की मुस्कान व भाव की मृदुलता
दिल पर डाले असर कभी ना मिटता
स्वभाव में हो कोमलता और सरलता
जिह्वा पर सदा निवास करती नम्रता।
सादगी समझाए जीवन की गहराई
कृत्रिमता में फँसकर दिखे ना सच्चाई
सादगी रखती सदा माया-मोह से दूर
पाकर भी सब, मानव ना बने मगरूर।
सादगी न समझे है अमीर-गरीब का भेद
देख कुदरती खूबसूरती बनावट करे खेद
खूबसूरती कुदरत का है अनमोल तोहफा
करके इसका अपमान करो ना ऐसे खफा।
सादगी में समाहित है ऐसी विशिष्ट खुशबू
महकते रहें सदा इससे आकाश,पाताल,भू।
सादगी न सोचे क्या है दुनिया का नजरिया
दिली दौलत पाने का ये है असली जरिया।
जिस दिन दुनिया समझेगी इसका महत्त्व
उस दिन जीवन का बढ़ेगा नूर और सत्व।
कुदरती खूबसूरती को क्यों ढके बनावट
गुणों से ही होती है वास्तविक सजावट।
डॉ. अर्पिता अग्रवाल
नोएडा, उत्तरप्रदेश
Nand Gopal Goyal
05-Jun-2022 02:22 PM
बहुत खूब
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Raziya bano
25-May-2022 01:22 PM
Bahut sundar
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Seema Priyadarshini sahay
02-Feb-2022 09:30 PM
बहुत खूबसूरत
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Dr. Arpita Agrawal
02-Feb-2022 09:56 PM
बहुत -बहुत धन्यवाद सीमा जी
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